माता पिता का वैश्विक दिन क्यो मनाया जाता है इस दिन का महत्व क्या है global parents day 2023 in Hindi
ग्लोबल पॅरेंट डे यह एक पुरी तरह से माता पिता को समर्पित किया गया दिन है यह दिन हमे बच्चो के जीवन मे माता पिता के महत्व को बताता है
जिंदगी के हर एक पडाव मे माता पिता कैसे अपने बच्चो का साथ देते है हर कदम उनके साथ चलके उनका हौसला बढाते है यह बताने का दिन है
पॅरेंटिंग मे माता पिता को बच्चो की कई सारी जिम्मेदारीया निभानी उठानी पडती है और कई सारी चुनोतियो का भी सामना करना पडता है
माता पिता की हमारे जीवन मे बहुत ही अहम भुमिका होती है माता पिता ही अपने बच्चो को अच्छी परवरिश देते है अपने से बडो का आदर करना सिखाते है अपने बच्चो को अच्छी अच्छी चीजे सिखाते है ताकी उनका बच्चा आगे जाकर एक अच्छा और काबिल इंसान बने

इसी वजह से माता पिता को बच्चो का पहला गुरू भी कहा जाता है
माता पिता की इसी भुमिका का तथा परिवार के महत्व का सम्मान करने हेतु संयुक्त राष्ट्र की ओर से १ जुन इस तारीख को माता पिता का वैश्विक दिन ग्लोबल पॅरेंट डे घोषित किया गया था
इस साल २०२३ मे यह दिन आज मतलब १ जुन २०२३ को मनाया जा रहा है यह दिन दुनिया भर के माता पिता का सम्मान करने का विशेष दिन है
माता पिता हमारे लिये जीवनभर जो त्याग बलिदान करके हमे बडा करते है खुद की इच्छाओ को मारकर हमारी हर ख्वाईशो को पुरा करते है उनके इस सारे बलिदानो को याद करने का यह दिन है
माता पिता अपने बच्चो के लिए जिस निस्वार्थ भावना से सब कुछ किया करते है उनके इस निस्वार्थ प्रेम और भावना का सम्मान करने का उनका मन से आभार प्रकट करने का यह विशेष दिन होता है
माता पिता ही है जो बचपण मे हमारी हर एक छोटी से छोटी जरूरतो को पुरा करते है हमे अच्छे संस्कार देते है हमे पाल पोसकर बडा करते है अच्छी शिक्षा देकर देश का एक जिम्मेदार नागरीक तथा इंसान बनाते है बचपण मे हमारी उंगली पकडकर हमे चलना सिखाते है इस के बदले वह हमसे कोई उम्मीद भी नही रखते है
पर बडे अफसोस और दुख की बात है की भविष्य मे अपने माता पिता के किए इस त्याग बलिदान समर्पण को कुछ बच्चे बडे होते ही बडी आसानी से भुल जाते है
और बुढापे मे जब माता पिता को सबसे ज्यादा जरूरत अपने बच्चो की होती है उनके सहारे की प्यार की होती है तब वह अपने माता पिता को बेसहारा छोड देते है
बडे होकर जमीन और जायदाद के लिए अपने उसी माता को मारते पिटते है उनको गंदी गंदी गालिया देते है उनको अपमानित करते है उनकी जायदाद हथियाकर उन्हे घर से निकाल देते है फिर उन गरीब बेसहारा माॅं बाप को जीवन के अंतिम पडाव मे वृद्धाश्रम मे जाकर रहना पडता है