ईपीएफओ ने वित्त वर्ष २०२२-२०२३ के लिए ईपीएफ ब्याज दर मे बढोत्तरी – Government increase EPF interest rate

ईपीएफओ ने वित्त वर्ष २०२२-२०२३ के लिए ईपीएफ ब्याज दर मे बढोत्तरी – Government increase EPF interest rate

हाल ही मे २४ जुलाई २०२३ को एक परिपत्रक जारी करके कर्मचारी भविष्य निधी संगठन मतलब ईपीएफओ ने २०२२-२०२३ इस वित्तीय वर्ष के लिए ईपीएफ खाते के ब्याज दरो की घोषणा की है

ईपीएफओ के खाते पर २०२२-२०२३ इस आर्थिक वर्ष मे सभी इंपलाॅई को ८.१५ प्रतिशत इतना ब्याज दर मिलनेवाला है

इस सुविधा का लाभ ईपीएफओ के छे करोड से भी अधिक अकाऊंट होल्डर्सको मिलनेवाला है

पिछली बार मार्च २०२३ को ईपीएफओ खाते के ब्याज दर मे ०.०५ प्रतिशत इतनी बढोत्तरी हुई थी

Centre declares 8.15% Interest Rate On Employees Provident Fund For 2022-23
Centre declares 8.15% Interest Rate On Employees Provident Fund For 2022-23

हालाकी मार्च २०२२ मे ईपीएफओ ब्याज दर ८.१५ प्रतिशत इतना बढाया जाएगा ऐसी घोषणा केंद्र सरकारने की थी पर उसपर सिस्टम मे आए फेलर तथा बिघाड की वजह से किसी भी तरह का अमल नही किया गया था

साॅफ्टवेअर अपग्रेडेशन की समस्या की बजेसे सभी सदस्यो के खाते मे देरी से पैसे आए थे पर इसबार सभी सदस्यो के खाते मे सही समय पर पैसे ट्रान्स्फर किए जानेवाले है

ईपीएफओ ने अब अपने जारी किए नये सरक्युलर मे कहा है की भारत सरकार की श्रम और रोजगार मंत्रालयने ईपीएफ स्कीम १९५२ के पॅरा तथा ६० के किए गए प्रावधान अनुसार ईपीएफ स्कीम के सभी सदस्यो के खाते मे वित्त वर्ष २०२२-२०२३ मे ८.१५ प्रतिशत इतना ब्याज दर जमा किया जाएगा

और इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से उन्हे मंजुरी भी प्राप्त हो गई है और वित्त मंत्रालय ने भी इसपर अपनी मोहर लगा दी है

इसलिए जल्द ही अब ईपीएफओ सदस्यो के खाते मे नये ब्याज दर नुसार पैसे जमा किए जाएंगे

ईपीएफओने २०२१-२०२२ इस आर्थिक वर्ष मे ईपीएफओ खाते के लिए ८.१० प्रतिशत इतना ब्याज दर निर्धारित किया था

Centre declares 8.15% Interest Rate On Employees Provident Fund For 2022-23

ईपीएफओ दवारा जारी किए सरक्युलर मे यह भी कहा गया है की अपने खाते मे उक्त ब्याज दर के साथ पैसे प्राप्त करने के लिए सभी सदस्यो को आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे जिसका सभी सदस्यो को पालन करना होगा

ईपीएफ क्या है?

ईपीएफ कर्मचारी भविष्य निधी होता है यह सॅलरी पानेवाले इंपलाॅई के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान होता है इसमे नियोक्ता की तरफ से भी अपने खाते मे योगदान दिया जाता है

मंथली बेझड पर इंपलाॅई इसमे अपने कमाई के १२ प्रतिशत ईपीएफ मे जमा करता है इंपलाॅई का पुरा योगदान उसके खाते मे जमा किया जाता है

पर नियोक्ता जो योगदान देता है उसमे से सिर्फ ३.६७ टक्के राशी उसके खाते मे जमा की जाती है और बचे हुई शेष ८.३३ प्रतिशत इतनी राशी ईपीएस मे जमा की जाती है

Leave a Comment